शनिवार, 16 जुलाई 2016

ए सुबह....

ए “सुबह” तुम जब भी आना,
सब के लिए खुशियाँ लाना...
हर चेहरे पर “हंसी ” सजाना,
हर आँगन मैं “फूल ” खिलाना.
   जो “रोये” हैं उन्हें हँसाना,
   जो “रूठे ” हैं उन्हें मनाना...
जो “बिछड़े” हैं उन्हें मिलाना...
प्यारी “सुबह ” तुम जब भी आना,
सब के लिए खुशिया लाना....
🌹Good morning 🌹

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