सोमवार, 28 मई 2012

उठो देश के वीर जवानों..........

उठो देश के वीर जवानों
वक्त तुम्हारा आया है।
रच दो आज इतिहास नया
ये समय तुम्हारे पास आया है।

उठो देश के वीर जवानों
वक्त तुम्हारा आया है।
रच दो आज इतिहास नया
ये समय तुम्हारे पास आया है।

हे जननी तुम शक्ति हमें दो...................


हे जननी तुम शक्ति हमें दो
कुछ एसा हम कर जाएँ
मत्री भूमि की खातिर हम
कुछ एसा हम कर जाएँ...............

है अभिमान हमें इस धरती पर
जिसपर हमने जनम लिया
उसकी खातिर सर अपना हम
हस्ते हस्ते कटवा जाएँ..........

जो आ जाये बिच हमारे
उसको हमना टिकने देंगे
ईंट का जबाब हमको भी
पत्थर से देना आता है..........

सर पर बांधी कफ़न है हमने
उसको ना हम टिकने देंगे
देश की खातिर यूँ उसको हम
अपने देश में ना रहने देंगे..........

गुरुवार, 17 मई 2012

चल पड़े मेरे कदम............

चल पड़े मेरे कदम, जिंदगी की राह में,
दूर है मंजिल अभी, और फासले है नापने..........
जिंदगी है बादलों सी, कब किस तरफ मुड जाय वो,
बनकर घटा घनघोर सी, कब कहाँ बरस जाय वो...............
क्या पता उस राह में, हमराह होगा कौन मेरा,
ये तो  इश्वर ही जानता, या जानता जो साथ होगा.............

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