दहेज... एक बहुत बड़ी कु प्रथा,
जिसे लोग आज मान सम्मान मानते है,
हमारे हिसाब से भीख से बढ़ कर ही है,
पहले ये बड़े धनि लोग अपनी कन्यां को देते थे,
परन्तु उनकी देखा देखि सभी लोग देने लगे,
ये उचित नहीं है, परन्तु लेने के टाइम लड़के का बाप मांगता है भिखारी की तरह,
और वही बाप गिडगिडाता है देने के समय,
हम उन सभी भाई से निवेदन करते हैं, ना कुछ लो ना कुछ दो,
आप बदलो समाज अपने आप बदलेगा,
सभी बहनों से भी आग्रह करता हूँ की ऐसे दहेज लोभियों का बहिस्कार करो,
आज कन्या का अनुपात कम है, अपने आप लालचियों का लालच कम हो जायेगा,
दहेज मांगना एक प्रकार से भीख मांगना है
जिसे लोग आज मान सम्मान मानते है,
हमारे हिसाब से भीख से बढ़ कर ही है,
पहले ये बड़े धनि लोग अपनी कन्यां को देते थे,
परन्तु उनकी देखा देखि सभी लोग देने लगे,
ये उचित नहीं है, परन्तु लेने के टाइम लड़के का बाप मांगता है भिखारी की तरह,
और वही बाप गिडगिडाता है देने के समय,
हम उन सभी भाई से निवेदन करते हैं, ना कुछ लो ना कुछ दो,
आप बदलो समाज अपने आप बदलेगा,
सभी बहनों से भी आग्रह करता हूँ की ऐसे दहेज लोभियों का बहिस्कार करो,
आज कन्या का अनुपात कम है, अपने आप लालचियों का लालच कम हो जायेगा,
दहेज मांगना एक प्रकार से भीख मांगना है
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