अक्सर चोट लगने से दर्पण टूट जाता है......
पर छवि वैसे की वैसे ही रहती है.......
ठीक उसी तरह
आदमी से रूठ जाते हैं सभी........
मगर समस्याएं कभी रुठती ही नहीं..........
समस्याएं वैसे की वैसे ही रहती है.......
श्याम विश्वकर्मा
पर छवि वैसे की वैसे ही रहती है.......
ठीक उसी तरह
आदमी से रूठ जाते हैं सभी........
मगर समस्याएं कभी रुठती ही नहीं..........
समस्याएं वैसे की वैसे ही रहती है.......
श्याम विश्वकर्मा
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