शनिवार, 18 मार्च 2023

शाम होते होते…

मैं गुजरे हुए कल को
तलाशता रहा दिनभर...
और शाम होते-होते
मेरा आज भी चला गया...

आँखों से बोलो…

शब्दों को अधरों पर रख कर 
मन का भेद ना खोलो…
शब्दों को अधरों पर रख कर 
मन का भेद ना खोलो…

मैं आँखों से सुन सकता हूँ
तुम आँखों से बोलो…
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