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शनिवार, 5 सितंबर 2020

फ़िल्म अभिनेत्रियां...

साल भर पहले प्रियंका चोपड़ा भारत में स्थित रोहंगिया मुसलमानो के कैम्प में उनसे मिलने चली गयी थी, ये खबर तब पूरी दुनिया में दिखाई गयी थी असल में वो गयी नहीं थी बल्कि उन्हें भेजा गया था, एक नैरेटिव सेट किया गया की रोहंगिया मुस्लमान बहुत पीड़ित है बेचारे है उन्हें भारत से ना निकाला जाय, भारत के मुसलमानो ने भी इसका स्वागत किया।

साल भर पहले दीपिका पादुकोण jnu  पहुंच गयी थी caa  और nrc  के विरोध में वो अलग बात है की इसके चलते उनकी फिल्म छपाक फ्लॉप हो गयी, स्वरा भास्कर को जानते ही होंगे आप एक फिल्म में अपने अंग विशेष में ऊँगली करने का सीन भी दे चुकी हैं ये ये भी मुसलमानो के समर्थन में CAA  और NRC  का विरोध करने पहुंची थी ।

ये बॉलीवुड की वैश्याएं मुसलमानो के समर्थन में खुल के उतरती है उनकी बातों को वैश्विक रूप से पूरी दुनिया में पहुँचाती है क्या आज तक किसी मुस्लमान या सेक्युलर लिबरल ने ये कहा की तुम तो बॉलीवुड की रंडी हो वैश्या हो तुम क्यों हमारा समर्थन कर रही हो ? हमें नहीं चाहिए तुम्हारा समर्थन क्या आज तक आपने किसी मुसलमान के मुँह से ये बाते सुनी की प्रियंका चोपड़ा तो हॉलीवुड की web सीरीज में नंगी होकर एक विदेशी कलाकार के साथ काम कर रही है ये हमारा समर्थन क्यों कर रही है ? नहीं सुना होगा ? क्या आपने किसी मुस्लमान को दीपिका या फिर किसी भी भांड सेक्युलर बॉलीवुड अभिनेत्री का विरोध करते देखा है ? नहीं ना ?

लेकिन हिन्दू समाज में समस्या है उसकी बंद और छोटि सोच अभी कल ही मैंने एक कमेंट में देखा की किसी पोस्ट पे कई महानुभावों ने कंगना राणावत पर अपने विचार रखे थे,उनमे से एक ने कंगना की कई पुरानी फिल्मों में फिल्माए गये उनके बिकनी सीन और कई टॉपलेस वीडियोस और फोटो दिखाकर पूछा क्या बिकनी पहनने वाली खुद ड्रग्स लेने वाली हमें राष्ट्रवाद  सिखाएगी, B  ग्रेड की अभिनेत्री पायल रोहतगी क्या हमें देश भक्ति सिखाएगी ?

बिलकुल सही बात है, उन लोगों की तैयारी पूरी है उन्होंने तो एक पूर्व मिस वर्ल्ड को रोहंगिया कैम्प में भेज कर सहानभूति इक्कठा कर ली, क्या आपके पास भी कोई ऐसा चेहरा है जो कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के राहत कैम्पों में जाकर उनकी भी बात दुनिया तक पहुचाये की कैसे अपने ही देश में तीन लाख से ज्यादा कश्मीरी हिन्दू एक निर्वासित और भखारियों से भी बत्तर जीवन जीने पर मजबूर है ?

क्या कोई एक चेहरा है आपके पास जो BHU  जैसे राष्ट्रवादी विश्व विद्यालय में जाकर दीपिका की तरह  caa  NRC  का समर्थन कर सके ?? नहीं ना, क्यों की अगर कोई बॉलीवुड की अभिनेत्री या अभिनेता  ऐसा समर्थन करेगा भी तो हम उसे  फ़िल्मी भांड कहेंगे, क्यों की उसने कई फिल्मों में अधनग्न दृध्य दिए हैं, बिकनी पहनी है इसलिए वो राष्ट्रवादी नहीं है।

मैं बॉलीवुड में किसी भी हीरो हीरोइन को तवज्जो नहीं देता, ना ही उन्हें राष्ट्रवादी मानता हु, मेरा यही मानना है की सभी अपना फायदा नुक्सान देखकर ही राष्ट्रवादी या सेक्युलर बनते है, अभी इसी प्रियंका या दीपका को आप दस करोड़ दीजिये, फिर देखिएगा ये लोग कैसे वन्दे मातरम और भारत माता की जय गाने लगते हैं, कोई अगर हमारे समर्थन में खड़ा हो रहा है तो उसमे मीन मेख मत निकालिये, कंगना और पायल रोहतगी जिस इंडस्ट्री  में काम करती है उसमे खुलापन आम बात है, पायल रोहतगी को लोग B  ग्रेड की दो कौड़ी की अभिनेत्री कहते हैं, जो जिस्म की नुमाईस करती है ,,ठीक है मान लिया, जिस्म दिखाकर ही पैसे कमाए हैं उसने कम से कम देश को गाली देकर अपनी सेना को गाली देकर तो अपनी जेब नहीं भरी।

ये दोनों अभिनेत्रियां नाचने गाने वाली लौंडियाँ है ठीक है मनाता हूँ ,,लेकिन कम से कम इन्हे ये तो पता है की जिस देश में उन्हें इज्जत और पैसा मिला शोहरत मिली उसकी ये लोग लाज रखते हैं उसे अपना मानते है, राष्ट्र और उसकी सेना को ये सम्मान देते है, यही बहुत है।

अब ये राष्ट्रवाद का युद्ध  उस अवस्था में पहुंच चूका है जहाँ हमें बस ये देखना है की कौन हमारे साथ है और कौन खिलाफ, जो साथ है वो हमारा अपना है और जो साथ नहीं है वो दुश्मन है।

खुद फैसला कीजिये कौन राष्ट्रवादी है।


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