माना कि दूरियां कुछ बढ़ सी गयी हैं लेकिन...
तेरे हिस्से का वक्त आज भी...तन्हा ही गुजरता है....
मुदत बाद जब उसने कहा ” तुझे भुल जाना चाहती हूँ मैं….
आसूं आ गए आखों में ये सोच कर कि इसे अब तक याद हुं मैं.....