वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ:।
निर्विध्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
हे गणेश जी! आप महाकाय हैं। आपकी सूंड वक्र है। आपके शरीर से करोडों सूर्यो का तेज निकलता है। आपसे प्रार्थना है कि आप हमारे सारे कार्य निर्विध्न पूरे करें।
गणपति बाप्पा मोरया.......
मंगल मूर्ति मोरया........
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Thank you .............