पृष्ठ

बुधवार, 10 फ़रवरी 2016

जाने भी दो....

चलो अब जाने भी दो..क्या करोगे दासता सुनकर..,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं,और बयां हमसे होगी नहीं…

किसकी खातिर.....

किसकी खातिर अब तू धड़कता है ए-दिल,
अब तो कर आराम, कहानी खत्म हुई हमारी..!