पृष्ठ

गुरुवार, 31 दिसंबर 2015

थोड़ी सी.....

थोड़ी मुस्कराहट मुझे भी उधार दे दे ऐ जिंदगी
कुछ अपने भी आ रहे हैं मिलने की रस्म निभानी है.....