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मंगलवार, 21 अप्रैल 2015

अपना बेगाना.....

कौन अपना है कौन बेगाना है
बातों से ही समझ में आता है
किसने कितना जख्म दिया
उसके चेहरे पे नजर आता है

शनिवार, 11 अप्रैल 2015

अपनी कीमत.......

अपनी कीमत उतनी रखिए,
जो अदा हो सके !
अगर अनमोल हो गए तो,
तन्हा हो जाओगे..!
खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का,
अपना इक्का तभी दिखाना जब सामने
वाला बादशाह निकाले..

सब जल गया.....

आग लगी थी. . मेरे घर को 
किसी सच्चे
दोस्त ने पूछा -:"क्या बचा है. . ? ?".
मैने कहा -: "मैं बच गया हूँ. . ! !".
उसने गले लगाकर कहा -: 
"फिर जला ही क्या है।"

छोड़ दो..............

छोड़ दो साथ उनका
की वो अब पैसों से आमिर हो गए हैं

दोस्ती कभी भी बराबरी में होती है