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सोमवार, 8 जुलाई 2013

पापा तुम कब आवोगे.......


एक बच्चे की  ब्यथा.......

कह कर गए थे पापा
जल्द लौट के आयेंगे.........
हिमालय की पावन छटा से
खिलौना एक लायेंगे........
दर्शन करने  चार धाम गए
पुण्य बहुत कमाएंगे.........
संग मम्मी दादी भी गयी
पतित पावनी गंगा में नहलायेंगे.........
छुटियाँ हो रही ख़त्म
कब आ स्कूल पहुचाएंगे.........
मुनिया दीदी कह रही थी
पानी पानी सब हुआ............
पानी में सब वहा बहा
पापा तुम जल्दी कब आवोगे.......

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Thank you .............